हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान के ज़ायरीन ने नजफ़ अशरफ़ में उनके केन्द्रीय कार्यालय में हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा अलहाज ह़ाफ़िज़ बशीर हुसैन नजफ़ी से मुलाकात की उस मौके पर उन्होंने आए हुए ज़ायरीन की नसीहत की और ज़ियारत की अहमियत को भी बयान किए।
उस मौके पर सवाल का जवाब देते हुए मरज ए आली क़द्र ने कहा कि ज़ियारत के बाद आपके चरित्र में एक सकारात्मक बदलाव आपकी ज़ियारत की स्वीकृति का संकेत है।
इसके अलावा, मरजा अली क़द्र दाम ज़ुला अल वारिफ़ ने कहा कि अगर लोग आपसे पूछें कि ज़ियारत के बाद आपके चरित्र में सकारात्मक बदलाव आया है, आप पहले ऐसे नहीं थे, अब आप बदल गए हैं? आपको किसने बदला? तो आप कहें के मुझे उस इमाम हुसैन अ स ने बदला है जिन्होंने हज़रत हूर (अ.स.) को बदला था।